ऑगस्ट 2025 में मारुति सुजुकी के हैचबैक बिक्री में गिरावट, बलेनो ही दिखा बढ़त

ऑगस्ट 2025 में मारुति सुजुकी के हैचबैक बिक्री में गिरावट, बलेनो ही दिखा बढ़त
महावीर गोपालदास / सित॰, 24 2025 / ऑटो समाचार

ऑगस्ट 2025 में हैचबैक बिक्री का विस्तृत दृश्य

मारुति सुजुकी ने इस महीने हिन्दुस्तान के ऑटो‑सेगमेंट में अपना दबदबा बनाए रखा, लेकिन आंकड़े दिखाते हैं कि कंपनी को अपने कुछ प्रमुख मॉडल में गिरावट झेलनी पड़ रही है। कुल 180,683 यूनिट्स की बिक्री में पाँच हैचबैक मॉडलों ने भी 2024 की इसी अवधि की तुलना में नीचे की ओर रुख किया, सिवाय बलेनो के।

Maruti Suzuki के सबसे बेचे जाने वाले हैचबैक, वैगन R ने 14,552 यूनिट्स बेचे, जो साल‑दर‑साल 12% की गिरावट है। 16,450 यूनिट्स से नीचे गिरना दर्शाता है कि बहु‑परिवारों के बीच भी फैमिली‑फ्रेंडली डिज़ाइन की आकर्षण अब पहले जैसी नहीं रही। वैगन R की ऊँची सीटिंग पोज़िशन और विस्तृत इंटीरियर अब भी पसंद किए जाते हैं, परन्तु युवा खरीदारों की पसंद में बदलाव इस गिरावट का मुख्य कारण माना जा रहा है।

बलेनो ने 12,549 यूनिट्स की बिक्री के साथ 1% की हल्की बढ़ोतरी दिखाई। प्रीमियम‑सेगमेंट का यह मॉडल शहरी पेशेवरों और प्रथम‑बार कार ख़रीदने वाले युवा वर्ग के बीच लोकप्रिय बना हुआ है। बलेनो की बेहतर माइलेज, अपडेटेड इनफ़ोटेनमेंट और एल्युमिनियम अलॉय पहियों जैसी सुविधाओं ने इसे प्रतिस्पर्धियों के बीच अलग खड़ा किया है।

स्विफ्ट ने 12,385 यूनिट्स बेचे, जो पिछले साल की तुलना में 4% की गिरावट दर्शाता है। स्विफ्ट की सेल्स में गिरावट के पीछे कई कारक हो सकते हैं: कुछ ग्राहक अधिक स्पोर्टी लुक वाले किटा या रिवा की ओर रुख कर रहे हैं, जबकि कुछ ने फ्यूल‑इफ़िशिएंसी को लेकर हाइब्रिड विकल्पों की तलाश की है।

एंट्री‑लेवल सेगमेंट में अल्टो की बिक्री में सबसे अधिक गिरावट देखी गई - 35% की तीव्र गिरावट के साथ केवल 5,520 यूनिट्स बेची गईं। 8,546 यूनिट्स से यह संख्या घटना स्पष्ट संकेत है कि नव‑आगंतुक खरीदार अब सस्ते पेट्रोल‑इंजन वाले वैरिएंट से आगे बढ़कर डिज़ल‑ट्रेंड या इलेक्ट्रिक विकल्पों की ओर झुक रहे हैं।

इग्निस, जो प्रीमियम‑कोम्पैक्ट क्रॉसओवर‑हैचबैक के रूप में पोजिशन किया गया है, ने 15% की गिरावट से 2,097 यूनिट्स बेच में पीछे रह गया। इस मॉडल की गिरावट से यह स्पष्ट होता है कि विशेष निच सेगमेंट में कीमत‑सेंसिटिव ग्राहकों को आकर्षित करने में मारुति को अभी भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

त्यौहार सीजन के सामने चुनौतियाँ और प्रतिस्पर्धी दबाव

ऑगस्ट की बोली के बाद, भारत का त्यौहार सीजन शुरू होने वाला है, जब आमतौर पर कार‑सेल्स में तेज़ी देखी जाती है। लेकिन इस बार मारुति को अपने हैचबैक पोर्टफ़ोलियो में दिखी गिरावट को लेकर सावधान रहना पड़ेगा।

टाटा मोटर्स का टियागो इस अवधि में 11% की बढ़ोतरी के साथ 5,250 यूनिट्स बेचा, जबकि टोयोटा का ग्लांज़ा 10% की बढ़ोतरी के साथ 5,102 यूनिट्स बेचा। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि बजट‑सेगमेंट में प्रतिस्पर्धी ब्रांड भी अपनी ताकत को बढ़ा रहे हैं, खासकर जब वे आकर्षक फाइनेंसिंग प्लान और नई डिज़ाइन पेश कर रहे हैं।

मारुति की कुल बिक्री में माह‑बाहरी 134,050 यूनिट्स की डोमेस्टिक डिलीवरी, 10,095 यूनिट्स की अन्य OEM को सप्लाई और 36,538 यूनिट्स की एक्सपोर्ट शामिल है। यह मिश्रित परिणाम कंपनी की सामरिक दिशा को पुनः परखने की जरूरत को उजागर करता है, खासकर जब ग्राहक की प्राथमिकताएं नई तकनीक, इको‑फ़्रेंडली विकल्प और डिज़ाइन‑फोकस्ड फीचर्स की ओर बदल रही हैं।

भविष्य में, मारुति को अपनी मॉडल रेंज को इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड वैरिएंट्स का समावेश कर अपडेट करने की आवश्यकता होगी, ताकि एंट्री‑लेवल और मध्यम‑सेगमेंट के ग्राहकों को आकर्षित किया जा सके। साथ ही, बलेनो जैसे उच्च‑मूल्य वाले मॉडल को यूज़र‑एकस्पीरियंस और कनेक्टेड फीचर्स के साथ और उन्नत बनाकर युवा वर्ग की धधकती इच्छा को पकड़ना होगा।

संक्षेप में, अगस्त 2025 के आंकड़े मारुति सुजुकी को एक चेतावनी देते हैं: मुख्यधारा के हैचबैक में गिरावट को देखते हुए, कंपनी को नई प्रौद्योगिकी, प्रतिस्पर्धी प्राइसिंग और टार्गेटेड मार्केटिंग के जरिए पुनः गति पकड़नी होगी, तभी वह त्यौहार सीजन में अपने राजस्व लक्ष्य को सुरक्षित रख पाएगी।